अप्रेल 2017 पिछले भक्ति पठन

30. 04 2017 - फिलिप्पियों ४:२०

हमारे परमेश्वर और पिता की महिमा युगानुयुग होती रहे। आमीन।

29. 04 2017 - फिलिप्पियों 4:8

निदान, हे भाइयों, जो जो बातें सत्य हैं, और जो जो बातें आदरणीय हैं, और जो जो बातें उचित हैं, और जो जो बातें पवित्र हैं, और जो जो बातें सुहावनी हैं, और जो जो बातें मनभावनी हैं, निदान, जो जो सदगुण और प्रशंसा की बातें हैं, उन्हीं पर ध्यान लगाया करो।

28. 04 2017 - भजन संहिता 85:6

क्या तू हम को फिर न जिलाएगा, कि तेरी प्रजा तुझ में आनन्द करे?

27. 04 2017 - भजन संहिता 121:8

यहोवा तेरे आने जाने में तेरी रक्षा अब से ले कर सदा तक करता रहेगा॥

26. 04 2017 - भजन संहिता 121:3

वह तेरे पांव को टलने न देगा, तेरा रक्षक कभी न ऊंघेगा।

25. 04 2017 - भजन संहिता 121:1-2

मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा। मुझे सहायता कहां से मिलेगी?मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है॥

24. 04 2017 - २ इतिहास ७:१४

तब यदि मेरी प्रजा के लोग जो मेरे कहलाते हैं, दीन हो कर प्रार्थना करें और मेरे दर्शन के खोजी हो कर अपनी बुरी चाल से फिरें, तो मैं स्वर्ग में से सुन कर उनका पाप क्षमा करूंगा और उनके देश को ज्यों का त्यों कर दूंगा।

23. 04 2017 - फिलिप्पियों 4:23

हमारे प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह तुम्हारी आत्मा के साथ रहे॥

22. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:58

सो हे मेरे प्रिय भाइयो, दृढ़ और अटल रहो, और प्रभु के काम में सर्वदा बढ़ते जाओ, क्योंकि यह जानते हो, कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है॥

21. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:57

परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है।

20. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:55

हे मृत्यु तेरी जय कहां रही? हे मृत्यु तेरा डंक कहां रहा?

19. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:54

और जब यह नाशमान अविनाश को पहिन लेगा, और यह मरनहार अमरता को पहिन लेगा, तक वह वचन जो लिखा है, पूरा हो जाएगा, कि जय ने मृत्यु को निगल लिया।

18. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:51-53

देखे, मैं तुम से भेद की बात कहता हूं: कि हम सब तो नहीं सोएंगे, परन्तु सब बदल जाएंगे। और यह क्षण भर में, पलक मारते ही पिछली तुरही फूंकते ही होगा: क्योंकि तुरही फूंकी जाएगी और मुर्दे अविनाशी दशा में उठाए जांएगे, और हम बदल जाएंगे। क्योंकि अवश्य है, कि यह नाशमान देह अविनाश को पहिन ले, और यह मरनहार देह अमरता को पहिन ले।

17. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:25-26

क्योंकि जब तक कि वह अपने बैरियों को अपने पांवों तले न ले आए, तब तक उसका राज्य करना अवश्य है।सब से अन्तिम बैरी जो नाश किया जाएगा वह मृत्यु है।

16. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:24

इस के बाद अन्त होगा; उस समय वह सारी प्रधानता और सारा अधिकार और सामर्थ का अन्त करके राज्य को परमेश्वर पिता के हाथ में सौंप देगा।

15. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:20

परन्तु सचमुच मसीह मुर्दों में से जी उठा है, और जो सो गए हैं, उन में पहिला फल हुआ।

14. 04 2017 - नीतिवचन 10:2

दुष्टों के रखे हुए धन से लाभ नही होता, परन्तु धर्म के कारण मृत्यु से बचाव होता है।

13. 04 2017 - फिलिप्पियों 4:19

और मेरा परमेश्वर भी अपने उस धन के अनुसार जो महिमा सहित मसीह यीशु में है तुम्हारी हर एक घटी को पूरी करेगा।

12. 04 2017 - फिलिप्पियों 4:12-13

मैं दीन होना भी जानता हूं और बढ़ना भी जानता हूं: हर एक बात और सब दशाओं में तृप्त होना, भूखा रहना, और बढ़ना-घटना सीखा है।जो मुझे सामर्थ देता है उस में मैं सब कुछ कर सकता हूं।

11. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:19

यदि हम केवल इसी जीवन में मसीह से आशा रखते हैं तो हम सब मनुष्यों से अधिक अभागे हैं॥

10. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:3-5

इसी कारण मैं ने सब से पहिले तुम्हें वही बात पहुंचा दी, जो मुझे पहुंची थी, कि पवित्र शास्त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया। ओर गाड़ा गया; और पवित्र शास्त्र के अनुसार तीसरे दिन जी भी उठा।और कैफा को तब बारहों को दिखाई दिया।

9. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:2

उसी के द्वारा तुम्हारा उद्धार भी होता है, यदि उस सुसमाचार को जो मैं ने तुम्हें सुनाया था स्मरण रखते हो; नहीं तो तुम्हारा विश्वास करना व्यर्थ हुआ।

8. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों 15:1

हे भाइयों, मैं तुम्हें वही सुसमाचार बताता हूं जो पहिले सुना चुका हूं, जिसे तुम ने अंगीकार भी किया था और जिस में तुम स्थिर भी हो।

7. 04 2017 - फिलिप्पियों ४:६-७

किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।तब परमेश्वर की शान्ति, जो समझ से बिलकुल परे है, तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरिक्षत रखेगी॥

6. 04 2017 - फिलिप्पियों ४:६

किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।

5. 04 2017 - फिलिप्पियों 4:5

तुम्हारी कोमलता सब मनुष्यों पर प्रगट हो: प्रभु निकट है।

4. 04 2017 - फिलिप्पियों ४:४

प्रभु में सदा आनन्दित रहो; मैं फिर कहता हूं, आनन्दित रहो।

3. 04 2017 - फिलिप्पियों ४:९

जो बातें तुम ने मुझ से सीखीं, और ग्रहण की, और सुनी, और मुझ में देखीं, उन्हीं का पालन किया करो, तब परमेश्वर जो शान्ति का सोता है तुम्हारे साथ रहेगा॥

2. 04 2017 - १ कुरिन्थियों १:३०

परन्तु उसी की ओर से तुम मसीह यीशु में हो, जो परमेश्वर की ओर से हमारे लिये ज्ञान ठहरा अर्थात धर्म, और पवित्रता, और छुटकारा।

1. 04 2017 - 1 कुरिन्थियों १:२७

परन्तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है, कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित करे।