आज के वचन पर आत्मचिंतन...

नये साल में प्रवेश होकर देड़ सपताह हो चुका है। इस नये साल में आपके द्वारा किए गये बदलाव और निर्णय किस प्रकार है? उस से हार मत मानिये या त्यागिये..... भले ही कार्य पर बने रहना तक़्लीफ़दए हो,लेकिन, यह समर्ण रखे कि इस वर्ष के लिए केवल एक ही असल जरुरी प्रतिज्ञा जो हमे मानना है वह यह है कि हम प्रभु से पूछे कि वो हमे कहा भेजना चाहता है और हमसे क्या करवाना चाहता है, फिर हम वंही जायेंगे और उस कार्य को करेंगे।

मेरी प्रार्थना...

पवित्र परमेश्वर,सर्वशक्तिमान प्रभु, हमारे पिता, आपके अध्भूतिय, पवित्र और सामर्थी होने के लिए धन्यवाद करता हूँ। मेरे लिए,मेरे जीवन के लिए,मेरे निर्णयों और कठिनायो मैं मेरा देखभाल करने के लिए धन्यवाद। कृपया आपके आत्मा से मुझे चलाये, ताकि मै आपके वचन को समझू और आपकी इच्छा को मेरे जीवन के लिए जानू। मैं चाहता हूँ की मेरे मार्गो को पूरी तौर से आप चलाये। येशु के नाम से में प्राथना करता हूँ। अमिन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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