आज के वचन पर आत्मचिंतन...

हम परमेश्वर के बच्चे है, उतारादिकारी का सरे योग्यगता से. हमारे विश्वास, जो हम बप्तिस्मा के द्वारा अभिव्यक्त किये है, संसार को घोषित करता है की हम परमेश्वर के बच्चे है. हम मसी को पेहेन ने के लिए चुने है, और उसके धार्मिकता में, और हमेर स्वयं का उधर पर हमे निर्भर नहीं होनेके लिए.वो हमारे उधर और आशा है. वो हमारा जीवन और बल है. वो हमारे बड़े भय और उधर करता है. वो हमारा प्रभु है.

मेरी प्रार्थना...

प्रिय परमेश्वर, आपकी परिवार में मुझे अंगीकृत करने के लिए धन्यवाद.क्यसे में आपकी धन्यवाद करू उन सरे विषय के लिए जो आपने मुझे आपकी बच्चा बनाने के लिए और आपकी महिमा संपन्न अनुग्रह का असली उत्तरादिकारी किया है.धन्यवाद,प्रिय यीशु, आपकी त्याग के लिए जो मुझे आपकी परिवार में लाया है.आपकी नाम से, हे यीशु , मेरी प्रार्थना और स्तुति को पेश करता हूँ. अमिन.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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