आज के वचन पर आत्मचिंतन...

'मज़े करें!' हम स्वर्ग में हमारे लिए कहते सुना। निर्भर है, फिर भी विश्वास है, धैर्य के साथ भगवान की उपस्थिति में आते हैं। लेकिन हम कैसे कर सकते हैं? हम जानते हैं कि भगवान हमारे लिए क्या सही समय बीतने के खत्म हो गया है क्या करेंगे। बाइबल परमेश्वर की कहानी (उनकी कहानी) है; यह महान गवाही है कि वह हमेशा अपने वादों के प्रति वफादार, के एवज में अपनी सत्ता में विनीत, और अपने प्यार को अपने बच्चों के साथ साझा के साथ उदार है। इसलिए उनकी उपस्थिति में आते हैं और अभी भी होने के लिए तैयार है ... और रोगी ... और विश्वास ... और उम्मीद हो!

Thoughts on Today's Verse...

"Chill out!" we hear heaven say to us. Come into God's presence with dependent, yet confident, patience. But how can we? We know God will do what is right for us over the passage of time. The Bible is God's story (HIS-story); it is the great testimony that he is always faithful to his promises, gracious in his power to redeem, and generous with his love shared with his children. So come into his presence and be willing to be still... and patient... and trusting… and hopeful!

मेरी प्रार्थना...

पिता, इस पल का वैराग्य में, मैं होश में अपनी उपस्थिति में अपने आप को आराम करता हूँ, और इससे पहले कि आप चिंताओं और मेरे दिल की परवाह जगह है।मुझे विश्वास है, प्यारे पिता, कि तुम मेरे जीवन में छुटकारा का कार्य करेंगे।मैं आत्मविश्वास से मेरी आत्मा, मेरा भविष्य, और मेरी आशा अपने हाथ में देता हूँ।यीशु के नाम से प्रार्थना मांगता हूँ. अमिन.

My Prayer...

Father, in the quietness of this moment, I consciously relax myself in your presence and place the concerns and cares of my heart before you. I trust, dear Father, that you will act redemptively in my life. I confidently place my soul, my future, and my hope in your hands. In Jesus' name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of भजन संहिता ३७:६-७

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