आज के वचन पर आत्मचिंतन...

आपका सबसे बड़ा सपना क्या है? परमेश्वर आप के माध्यम से अधिक से अधिक कार्य करना चाहता है! असली सवाल यह है कि क्या आप विश्वास करेंगे, इसे प्राप्त ,साझा करेंगे और तब इसके लिए महिमा दीजिये!

मेरी प्रार्थना...

परमेश्वर, आप तेजस्वी, दयालु और अनुग्रही हो।आप अनुग्रह के इतने अद्भुत स्पर्श के साथ आपने मुझे शारीरिक और आध्यात्मिक आशीशों दिया है।मैं आपके विश्वशियोग्यता के लिए प्रसंसा करता हूँ। मैं आपके अनुग्रह के लिए धन्यवाद करता हूँ।मैं हर दूसरे नाम के ऊपर अपना नाम ऊंचा करता हूँ और एक निजी खजाने के रूप में इसे पकडे रहूँगा।कृपया मुझ में — मेरे भाषण में, मेरे कार्रवाई में, मेरे प्रभाव में और , मेरे जीवन में महिया पहिये।यीशु के नाम से प्रार्थना मांगता हूँ. अमिन

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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