आज के वचन पर आत्मचिंतन...

जीवन हमारा है ! अब हम मौत के बंधी नहीं! विजय हमे दिया गया है ! येशु प्रभु है । और क्या कहना बाकि है ! "परमेश्वर की स्तुति हो!"

Thoughts on Today's Verse...

Life is ours! Death no longer holds us captive! Victory has been given to us! Jesus is Lord. What else needs to be said? "Praise God!"

मेरी प्रार्थना...

धन्यवाद्, पिता, येशु को भेजने के लिए । धन्यवाद्, सर्वसामर्थी परमेश्वर, उसे मरे हुओमें से जिलाने के लिए । धन्यवाद् आश्वासन के लिए की मेरे जिंदगी में अभ भी जीवन बाकि है , मई आपको सेवा करता हूँ, येशु के नाम से स्तुतिकर्ता हूँ । अमिन ।

My Prayer...

Thank you, Father, for sending Jesus. Thank you, Almighty God, for raising him from the dead. Thank you for the assurance that his life is alive in me as I serve in you. In Jesus' name I praise you . Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of 1 कुरिन्थियों 15:57

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