आज के वचन पर आत्मचिंतन...

बच्चे क्रिसमस के लिए,और डिस्निलेंड,की छुट्टी के लिये इंतिजार करते रेहते है.वे सोचते है की वह समय कितना महान हो सकता है।मसीह लोग स्वर्ग के लिए तत्पर्य हैं,और प्रभू को आमने सामने देखने के लिये सपने देखते है, उन सारे लोगो से मिलने के लिये जो लोग पेहेले प्रभू के पास चले गये है,और यीशु कि दुतो कि महिमा में भाग लेने की आशा करते है.लेकिन परमेश्वर हमारे लिये जो चीजे तैयार किया है उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। वे कहीं अधिक गौरवशाली किसी भी चीज से हम सपना या कल्पना कर सकते हैं.तो चलो आश्चर्य की आशा करते हैं और परमेश्वर के राज्य के कारण जुनून के साथ रहते हैं जानते हुए कि किसी भी हानि,या किसी भी घाव हो,कोई परेशानी,'नहीं जो महिमा हमें दिखाई देगा उससे तुलना करने के लायक नही है.'(रोमियो ८:१८)

मेरी प्रार्थना...

पिता,स्वर्ग में आपके साथ मेरे लिए एक गौरव की जगह तैयार करने के लिए धन्यवाद। मै मानता ​​हुँँ की जो कुछ भी मैं कभी कल्पना कर सकता हुं उस से अधिक है।मेरे लिए उस जगह को तैयार करने के लिए और वापस स्वर्ग जाने के लिए धन्यवाद,यीशु।मैं उस दिन अपनी उपस्थिति में खड़े और स्वर्गदूतों के साथ आपकी प्रशंसा करने के लिए तत्पर्य कर रहा हुँ।यीशु के नाम से प्रार्थना मंगता हुँ.अमीन.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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