आज के वचन पर आत्मचिंतन...

आपकी ताकत क्या है?आपकि जवानी है क्या?... आपकी स्तीति है क्या? ... आपकी ज्ञान है क्या? ...आपके मित्र है क्या? ...आपका अनुभव है क्या?हम में से कोई भी हमारे मानव क्षमता पर निर्भर नही कर सकते हैं।स्वास्थ्य,ज्ञान,और धन जीवन और परिस्थिति की कमजोरी के लिए सभी कमजोर हैं।केवल प्रभु सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम अकल्पनीय जीवित हो सकते हैं,सांसारिक में कामयाब,और अच्छे समय में ऊंची उड़ान।चाले हम पुकारे,प्रतीक्षा करें,और प्रभु पर निर्भर कारे!

Thoughts on Today's Verse...

What is your strength? Is it your youth? ...your conditioning? ...your wisdom? ...your friends? ...your experience? None of us can depend upon our human ability. Health, wisdom, and wealth are all vulnerabe to the fragility of life and circumstance. Only the Lord can ensure that we can survive the unthinkable, thrive in the mundane, and soar in good times. Let's call upon, let's wait upon, let's depend upon the Lord!

मेरी प्रार्थना...

हे प्रभु,मेरे जीवन में कठिन समय से गुजरने का समय में,मुझे बनाए रखने के लिए धन्यवाद।मेरी ऊंची उड़ान में सहायता करने के लिए धन्यवाद,आपके लिए कार्य करने के लिये जो सपने मैने देखा हूँ जो कभी मैं पूरा कर सकता हूँ। पिताहर रोज आने और जीवन की चल रही गतिविधियों को दौरान मुझे आशीष देने के लिए धन्यवाद।मेरी मदद करने के लिये और शक्ति देने के लिए आप पर निर्भर करता हु।मेरे जीवन में हर अच्छी बात के लिए मैं आपकी प्रशंसा और धन्यवाद करता हुँ। यीशु के नाम से प्रार्थना मंगता हूँ.अमीन.

My Prayer...

O Lord, thank you for sustaining me through the hard times in my life. Thank you for helping me soar, doing things for you that I never dreamed I could accomplish. Father, thank you for blessing me during the everyday comings and goings of life. I depend upon you for help and strength. For every good thing in my life I praise you and thank you. In Jesus' name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of यशायाह

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