आज के वचन पर आत्मचिंतन...

मेरी प्रार्थना...

हे प्रभु, मेरे प्रभु मैं अपना भरोसा तुझ पर रखता हूँ । कृपया मेरे कदमो को मार्ग दिखा, की मैं तुझे महिमा देने की खोज में हूँ। मेरे निर्णयों का सामना करने में मेरी मदत कर। मुझे विवेक दे की मैं दुसरो को प्रभावित कर सकू और आपके अनुग्रह उनसे बात सकू। मुझे सही शब्दों को दे की मै अपने परिवार,मेरे मित्रो के साथ और मेरे सहकर्मियों में विमोचक प्रभाव कर सकू। येशु के नाम से प्रार्थना करता हूँ । अमिन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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