आज के वचन पर आत्मचिंतन...

हम पापों ने हम मौत काम कर दी । परमेश्वर के अनुग्रह ने हमे जीवन दिलाया । इन दोनों परकोटि में अंतर ? मसीह का क्रूस जिसने हमारे पाप की गहराई पर पूल बांधा और हमे परमेश्वर की दया , क्षमा और छुटकारे के करीब लाया !

मेरी प्रार्थना...

पवित्र पिता , मुझे येशु केदरा बचाने के लिए धन्यवाद् । प्रभु येशु मेरे पापों के दाम को चुकाने के लिए धन्यवाद् धन्य पवित्र आत्मा, मुझे साफ़ करके मुझे परमेश्वर का रहवास स्थान बनने के लिए धन्यवाद् । येशु के नाम से प्रार्थना करता हूँ ।अमिन ।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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