आज के वचन पर आत्मचिंतन...

येशु , अपने चलो के प्रति परमेश्वर से प्रार्थना में अपने प्रेम और परवाह को दिखने में , वह हमारा महान उदाहरण हैं जिसे परमेश्वर के सुरक्षा के लिए जिन्हे हम प्रेम करते है प्रार्थना के रूप में करना है , करना चाहिए, और कर सकते है ।

मेरी प्रार्थना...

प्रेमी और दयालु चरवाहा , झुण्ड के महान रक्षक, कृपया मेरे जीवन में महिमा पा । कृपया शारारिक और आत्मिक तौर पर उनकी सुरक्षा कर जिनकी मैं गहरी चिंता करता हूँ । येशु के नाम से मांगता हूँ ।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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