आज के वचन पर आत्मचिंतन...

परमेश्वर से प्रेम करो! परमेश्वर में तुम्हारे प्रेम के चलते सामर्थी बनों। दूसरे शब्दों में, पहचानों की तुम्हारी सामर्थ कहाँ हैं । अपने अनुग्रह का स्रोत पहचानों । परमेश्वर की स्तुति करों की वह अपनी पवित्र आत्मा के द्वारा हम पर अपनी भरपूर दया और सामर्थ को उदारता से उंडेलता हैं । प्रभु परमेश्वर अपने लोगों की रक्षा करता हैं । चाहे इस संसार में विश्वासयोग्यता की खिल्ली उड़ाई जाती हो वह आदर करता हैं । प्रभु अपने लोगों को आशीषित करेंगा और जो उनकी निंदा करते और दुर्व्यहवार करते उनसे वह न्यायरूप से व्यहार करेंगा ।

Thoughts on Today's Verse...

Love the Lord! Be strong because of your hope in the Lord. In other words, recognize where your strength is. Acknowledge your source of grace. Give praise to God for his abundant mercy and power lavished on us through his Holy Spirit. The Lord God does preserve his people. He does honor faithfulness even if it is mocked in this world. The Lord will bless his people and deal justly with those who mock and abuse them.

मेरी प्रार्थना...

मुझे सामर्थ दे हे प्रभु, की परीक्षा के समय जब शत्रुओं के साथ और हर तरफ से बैरी हो, मैं खुद को खोज सकू । मुझे कृपया बुद्धि दे की मैं आपके अनुग्रह को देख सकू जो मुझे अगवाई करती हैं । जो कुछ सही, शुद्ध और पवित्र हो उसके प्रति मैं खड़ा रह सकू इस लिए कृपया मुझे हियाव दे । अपनी महिमा के लिए जिन कार्यों को करने के लिए आप मुझे इस्तेमाल करना चाहते है, कृपया उन्हें देखने की दृष्टी मुझे दीजिये । जबकि मैं इंतजार करता हूँ की आपका कार्य मेरे जीवन में पूर्ण हो कृपया मेरी आशा को जोशपूर्ण जीवित रखे । येशु के नामसे प्रार्थना करता हूँ । आमीन।

My Prayer...

Give me strength, O Lord, for I find myself in trying times with enemies at my door and opponents on every side. Please give me wisdom to see your grace that leads me. Please give me courage to stand up for what is right, pure, and holy. Please give me vision to see the things you want to use me to do for your glory. Please keep my hope passionately alive as I wait for your work in me to be accomplished. In Jesus' name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of भजनसहिंता ३१:२३-२४

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