आज के वचन पर आत्मचिंतन...

इस बात का असली चिन्ह की हम सच में परमेश्वर की संतान है पवित्र आत्मा से प्रमाणित होता है जो हममें रहती है। आत्मा हमारे जीवन में ईश्वरीय चरित्र लाने में सहायता करता है(गलातियों ५:२२)। आत्मा सहायता करता है जब हम प्रार्थना करते है (रोमियो ८:२६-२७)। आत्मा पाप पर विजय पाने में सामर्थ देता है (रोमियो ८:१३) और हमे वो कार्य करने के लिए सामर्थ देता है जो हमारी समझ में संभव न हो (इफिसियों ३:१४-२१)। हमारे टूटेपन में आत्मा हमे सुकून देता है और हमारे जीवन में परमेश्वर के अस्तित्व को असल बनाता है (यहोंना १४:१५-२६)। हम परमेश्वर के संतान है इस बात का सब से सच्चा चिन्ह आत्मा है (रोमियो ८:९, रोमियो ८:१४-१६)। इस धन्य पवित्र आत्मा के लिए परमेश्वर का धन्यवाद!

मेरी प्रार्थना...

पिता, मैं आपके पवित्रता, प्रताप और सामर्थ के लिए आपकी स्तुति करता हूँ। आपके प्रेमी अनुग्रह के लिए आपका धन्यवाद करता हूँ। मैं आपके बलिदानपूर्ण प्रेम से बहुत नम्र हो गया हूँ जिस ने मुझे बचाया है। पर आज प्रिय पिता मैं आपको सर्वाधिक धन्यवाद देता हूँ आपके पवित्र आत्मा के लिए जो मुझ में जीवित है, मुझे सामर्थ देता, साफ़ करता , आराम देता ,और जो आपके पितात्व को मुझे उपलभद करता और mere लिए असल बनाता है। धन्यवाद ह्रदय की गहराइयो से यीशु के नाम से। अमिन ।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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