आज के वचन पर आत्मचिंतन...

हमे अपने पापों से क्षमा प्राप्त हो सकती हैं ! यह बढ़िया हैं, परन्तु उससे भी बेहतर समाचार हैं । हम पापों के किसी भी दागों से शुद्ध हो सकते हैं! यह अध्भुत हैं: न केवल मुझे पापों की क्षमा प्राप्त हुई हैं, मुझे शुद्ध और नया कर दिया गया हैं ! परन्तु केवल परमेश्वर के अनुग्रह और हमारे पापों के लिए सिद्ध बलिदान के द्वारा।

मेरी प्रार्थना...

क्षमा करनेवाले पिता, कृपया मुझे आज क्षमा करे प्रेम करने में मेरे जोश की कमी के लिए और जिस अनुग्रहकारिता से आपने मुझे क्षमा किया दूसरों को क्षमा नहीं कर पाने के लिए । अपने सामान मुझे में हृदय बनाइयें:विश्वासयोग्य, क्षमा करनेवाला और अनुग्रहकारी। येशु के बहुमूल्य नाम से प्रार्थना करता हूँ। अमिन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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