आज के वचन पर आत्मचिंतन...

पुरे पवित्रशास्त्र में पेमेश्वर हमें यह याद दिलाता है की यदि हम उसपर भरोसा रखे और अपनी आशीषें औरो क साथ बाटे तो वह हमे वो सब देगा जिसकी हमे जरुरत है। हम कैसे यकीन करे ? येशु को देखो !

मेरी प्रार्थना...

प्रिय पिता , मुझे माफ़ करे की मैंने आपको छोड़ अपनी सुरक्षा और आशा दूसरी वस्तुओ में खोजने की कोशिश की। मैंने जानता हूँ की आपको छोड़ आशा,आज़ादी,और सुरक्षा का दूसरा कोई स्रोत नहीं है। कोई भी ऐसी मुर्तिया जो मैंने शायद सातपित की हो जो आप के प्रति मेरे भरोसे को कमजोर करता या तोड़ता हो उसे गिराने में मेरी मदद करे। येशु के नामसे मै प्रार्थना करता हूँ। अमिन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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