आज के वचन पर आत्मचिंतन...

स्टॉक मार्किट अस्थिर हो सकता है । मित्र निराश कर सकते है । कुछ भी सच में पक्का नहीं है सिवाए एक बात के, और भी बेहतर, हमारे उस बहुत ही विशेष के ! अगर हम अपने जीवन को उसके कामो और योजनाओ के आधार पर बनाये तो, हम थामे रह सकते है, बने रह सकते है और यहाँ तक विजयी भी हो सकते है ।

मेरी प्रार्थना...

मुझे हियाव और सामर्थ दीजिये ,हे परमेश्वर, की मै अपने आशा से और आपके बेटे पर मेरे आत्मविश्वास से की मुझे आपके घर लेजायेगा ना हटु । येशु के नाम से प्रार्थना करता हूँ। अमिन ।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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