आज के वचन पर आत्मचिंतन...

पौलूस सायद मृत्यु का सामना कर रहा है.फिर भी वह जानता है कि उसका जीवन, और भविष्य, परमेश्वर के हाथ में सुरक्षित रूप से है।पवित्र आत्मा उसे सामर्थ देगा और उत्पीड़न,कठिनाई का सामना करने में और हर परिस्थितीयो में उसकी सहायता करेगा. पवित्र आत्मा उसका उद्धार करेगा.वह कारागार से छुटकारा पायेगा और दूसरों की सेवा के लिए मौत का सामना करेगा,वो परमेश्वर की उपस्थिति में जिससे वाह प्यार करता है उसमें सौपा जाएगा। किसी भी तरह से वो उसका इंतजार कर रहा है और मुक्ति की उम्मीद करता है!

Thoughts on Today's Verse...

Paul is possibly facing death. Yet he knows that his life, his future, is securely in the Lord's hands. The Holy Spirit will help empower him to be what he needs to be in the face of persecution and hardship. The Spirit will also work for his deliverance; either he will be delivered from prison and death to serve others, or he will be delivered into the presence of the Lord he loves. Either way, he awaits and expects deliverance!

मेरी प्रार्थना...

हे प्रभु,सर्वशक्तिमान परमेश्वर,कभी भी आपके छुटकारे में आत्मविश्वास से ना हटने में कृपया मुझे साहस दिजीये.इसके अलावा,प्रिय पिता,मेरे कई प्रिय दोस्त शारीरिक समस्याओं से उनके जीवन में लड़ रहे है।कृपया उन्हें अपने छुटकारे के साथ आशिष दिजीये,या आपकी चांगयी जो उनके स्वास्थ्य को पुनर्स्थापित करता है वह आपकी अनुग्रह है जो उनके भविष्य को सुरक्षित करता है,तो आप और आपका विजयी बेटा, यीशु जो हमारा प्रभू है,उनके नाम से ये प्रार्थना करता हुँँ.अमीन.

My Prayer...

O Lord, God Almighty, please give me the courage to never waiver in my confidence in your deliverance. In addition, dear Father, I have several beloved friends who are fighting for their lives with physical problems. Please bless them with your deliverance, whether it is your healing that restores their health or your grace that insures their future is with you and your triumphant Son, Jesus, in whose name I pray. Amen.

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

Today's Verse Illustrated


Inspirational illustration of फिलिप्पियों १:१९

टिप्पणियाँ