आज के वचन पर आत्मचिंतन...

पवित्र आत्मा हमपर परमेश्वर की मुहर है| पवित्र आत्मा जो हम में वास करती है और उसकी उपस्थिति इस बात को दर्शाती है की हम परमेश्वर के मंदिर हैं|पवित्र आत्मा हमें परिवर्तन करने और मसीह के सामान बनाती है| पवित्र आत्मा मसीह के सामान नैतिक गुणों— प्रेम,आनंद,शांति,धैर्य, दयालुता, भलाई,आत्म संयम, और विश्वासयोग्यता को उत्तपन करती है|जब हम प्रार्थना करते हैं तब पवितात्मा हमारी मध्यस्तता करती है, जब हमारे पास शब्द न हो तो हमारे हृदय की आह को पहुंचाती है,और आराधना करते समय सामर्थ से भरती है|पवित्रात्मा हमारे लिए इस बात का निश्चय है की हम परमेश्वर के बच्चे है| हम उसी के हैं, उसके भविष्य, उसकी आशीषें और उसका अनुग्रह हमारा है|

मेरी प्रार्थना...

प्रिय पिता, पवित्र आत्मा के रूप में मेरे अन्दर होने के लिए धन्यवाद| जब कभी भी मैं कोई निर्णय लेता हु या मेरे दैनिक जीवन की चुनौतियों के समय आपके प्रेम का निश्चय, आपकी उपस्थिति,आपकी सामर्थ,और आपके मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद करता हूँ|प्रिय पिता, जैसा कि मैं अपने ह्रदय और अपनी इच्छा को आपकी आत्मा के द्वारा कृपा और शक्ति में रूपांतरित करने ले लिए, कृपया अपने चरित्र को और अधिक विकसित करने में मेरी मदद करें , जब मेरे अपने कार्य मेरे सामने होते हैं तब आज अपनी कृपा पूरी तरह से प्रदर्शित करें| येशु के नाम से| आमीन!

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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