आज के वचन पर आत्मचिंतन...

चरित्रता हमारे प्रत्येक दिन के जीवन में वास्तवित बिश्वस्योग्यता और प्रेम के द्वारा मापा जाता है| ये कोई साधारण नैतिक गुण नहीं जिससे हम धोखा दे सकें| दयालु प्यार तब दिखाया जाता है जब हमारे पास दूसरे पर शक्ति होती है लेकिन हमें ये चुनाव करते है कि हम उनपर वास्तविक चिंता के साथ दयालु हैं। विश्वासयोग्यता सत्य का एक ब्यक्तित्व है — हमारे शब्द और कार्य वास्तविक और भरोसेमंद हों। इन गुणों को हमारे रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनना और हमारे सम्पूर्ण जीवन कि पहचान बनने की जरूरत है। जब वे ऐसा करते हैं, दूसरों का ध्यान देंगे जिससे परमेश्वर प्रसन्न होंगे।

मेरी प्रार्थना...

पवित्र ईश्वर — निष्ठावान और करुणामय, दया और दृढ़ प्रेम से परिपूर्ण — मैं अपनी शक्ति और दया, पवित्रता और करुणा,कभी न ख़त्म होने वला प्रेम और सच्चाई के उदाहरण के लिए आप की प्रशंसा करता हूं। इस चरित्र को मेरे दिल पर बसाया क्योंकि मैं अपनी इच्छा से स्वयं को प्रस्तुत करता हूं और अपनी आत्मा की परिवर्तनकारी शक्ति के लिए अपना जीवन खोलता हूं। यीशु के नाम में मैं प्रार्थना करता हूँ| आमीन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

टिप्पणियाँ