आज के वचन पर आत्मचिंतन...

दुष्ट के हमलों में से परमेश्वर की जीत आती है और परमेश्वर के जनों के विजय गीत ।आओं अपनी ताकत और सुरक्षा अपने पवित्र परमेश्वर में खोजते है! आओं परमेश्वर को अपने छिपने का स्थान, अपनी सुरक्षा और संकट के समय अपनी आशा बनाये ।

मेरी प्रार्थना...

पिता, आपकी शक्ति में और दुष्ट के हमलों से मुझे छुड़ाने की आपकी ताकत में मुझे जो आत्मविश्वास है उसके लिए धन्यवाद् । आप सारे महिमा, आदर, सामर्थ और स्तुति के योग्य है । आपके पुत्र और मेरे प्रभु येशु ख्रिस्त आपके छुटकारे के लिए मैं धन्यवाद् करता हूँ और आपके सामर्थ के लिए स्तुति करता हूँ । आमीन।

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

टिप्पणियाँ