आज के वचन पर आत्मचिंतन...

मसीहा की उपस्थिति का स्पष्ट संकेत उन सभी के लिए, जो उसे जानते और मानते हैं, वास्तविक परम आशिष का समय था। ज़रा सोचिए कि यह कितना वैभवशाली होगा, की उसके दुबारा आगमन में हम सारी आशीषों को आपस बाँट लेंगे |

मेरी प्रार्थना...

सर्वशक्तिमान परमेश्वर, मैं यीशु के धरती पर पहले आगमन की आशीषों के लिए आपका प्रशंसा करता हूं। और बड़े आनंद के साथ हमारे उद्धारकर्ता के महिमामय आगमन और वैभवशाली आशीषों का मुझे और मेरे भाईयों और बहनों को मसीह में इंतजार है | उस दिन की प्रत्याशा में, मैं आपको यीशु के नाम में धन्यवाद देता हूं। यीशु के नाम से प्रार्थना करता हुँ | आमीन !

आज का वचन का आत्मचिंतन और प्रार्थना फिल वैर द्वारा लिखित है। [email protected] पर आप अपने प्रशन और टिपानिया ईमेल द्वारा भेज सकते है।

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